बहुत ही सुन्दर वर्णन है.
मस्तक को थोड़ा झुका कर देखिए....
अभिमान मर जायेगा,आंखों को थोड़ा भीगा कर देखिए....
पत्थर दिल पिघल जायेगा,दांतों को आराम देकर देखिए....
स्वास्थ्य सुधर जायेगा,जिव्हा पर विराम लगा कर देखिए..….
कलेश का कारवां गुज़र जायेगा, ईच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए.....
खुशियों का संसार नज़र आएगा.
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