मै नहीं हूँ बेवफ़ा मेरा ऐतवार कर ले,
दे दे मुझे मौत या फिर प्यार कर ले।
तेरी मोहब्बत मे एक बात सीखी है,
तेरे साथ के बिना ये सारी दुनिया फीकी है।
कुछ इस कदर तुमसे मेरी निग़ाह मिल गई,
भटके राही को जैसे जन्नत की राह मिल गई।
जो कुछ भी हूं, पर यार, गुनहगार नहीं हूं,
दहलीज हूं, दरवाजा हूं, पर मैं दीवार नहीं हूं।
सो जाऊ या तेरी याद में खो जाऊ,
ये फैसला भी नहीं होता और सुबह हो जाती है।
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