दिल टूटा है सम्भलने में कुछ वक्त तो लगेगा साहिब,
हर चीज़ इश्क़ तो नहीं कि एक पल में हो जाये।
दिल टूटा है सम्भलने में कुछ वक्त तो लगेगा साहिब,
हर चीज़ इश्क़ तो नहीं कि एक पल में हो जाये।
हर रिश्ते मे सिर्फ नूर बरसेगा..
शर्त बस इतनी है कि रिश्ते में शरारतें करो साजिशें नहीं।
मैं ना जानू इबादत, मुझे माफ़ कर देना ऐ मेरे खुदा,
मैं तो तेरे दर पे आता हूँ, उसकी गली से गुजरने के लिए।
ख्वाब, ख्याल, मोहब्बत, हक़ीक़त, गम और तन्हाई,
ज़रा सी उम्र मेरी.. किस-किस के साथ गुज़र गयी।
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