इश्क तो बेपनाह हुआ कसम से,
गलती बस ये हुई कि हुआ तुमसे।
तेरी याद ही तो एक ऐसी चीज है,
जो ना चाहते हुए भी आ ही जाती है।
दुआ करना दम भी इस तरह निकले,
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले।
तुम भूल गए मुझे चलो अच्छा ही हुआ,
किसी एक की रातें तो सुकुन से गुजरे।
मुझे हीर रांझणा की कहानी मत सुना ..
ए-इश्क़, सीधे सीधे बोल मेरी जान चाहिए तुझे।
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