नशा इन निगाहों का अब जीने ना देगा,
लग गया जो एक बार तो कुछ और पीने ना देगा।
जिन्दगी में हर साँसे मीठी लगने लगती है,
जब तुम कहते हो, हम आपके दिल में रहते हैं।
खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से,
दर्द जान जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से।
भीगे कागज की तरह कर दिया तूने जिंदगी को,
न लिखने के काबिल छोड़ा न जलने के।
नज़रों से ना देखो हमें तुम में हम छुप जायेंगे,
अपने दिल पर हाथ रखो तुम हम वही तुम्हें मिल जायेंगे।
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