कभी आकर तो देख मेरे इस दिल की वीरानियाँ,
कितना हसीन घर था जो तेरे हाँथों उजड़ गया।
मुझे तेरा साथ.. जिंदगीभर नहीं चाहिये,
बल्कि जब तक तु साथ है.. तब तक जिंदगी चाहिये।
तुझे याद रखने के शौक में, मैंने खुद को भुला दिया,
मेरा नाम पूछा किसी ने जब, तेरा नाम मैंने बता दिया।
मोहब्बत अल्फाज़ो की मोहताज नहीं है मेरे दोस्त,
ये खुदा का नूर है जो किसी किसी पर बरसता है।
मोहब्बत की कश्ती में जरा सोच समझकर चढ़ना यारों,
जब चलती है तो किनारा और डुबती है तो सहारा नहीं मिलता।
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