जिन्हें फ़िक़र थी कल की
वे रोए रात भर
जिन्हें यकीन था रब पर
वे सोए रात भर.
भलाई करते रहिए बहते पानी की तरह...!!!
बुराई खुद ही किनारे लग जाएगी, कचरे की तरह...
सब के दिलों का
एहसास अलग होता है ...
इस दुनिया में सब का
व्यवहार अलग होता है ...
आँखें तो सब की
एक जैसी ही होती है ...
पर सब का देखने का
अंदाज़ अलग होता है ..
GOOD MRNING
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