Saturday, January 19, 2019

2 Line collection in hindi


प्यार आज भी तुझसे उतना ही हैं,
तुझे अहसास भी नही, और हमने जताना भी छोड़ दिया​।



उन्हें शोक था अखबारों के पन्नो पर बने रहने का,
वक़्त ऐसा गुज़रा की वह रद्दी के भाव बिक गये​।



सफ़र तुम्हारे साथ बहुत छोटा है मगर,
यादगार हो गये तुम अब ज़िंदगी भर के लिए​।



बारिश में रख दूँ जिंदगी को ताकि धुल जाए पन्नो की स्याही, 
ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन करता है कभी-कभी​।



जख्म तो आज भी ताजा है बस वो निशान चला गया,
मोहब्बत तो आज भी बेपनाह है बस वो इंसान चला गया​।

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