दर्द कितना खुशनसीब है जिसे
पा कर लोग अपनों को याद
करते है, दौलत कितनी
बदनसीब है जिसे पा कर लोग
अक्सर अपनों को भूल जाते है...
✍ कितना अजीब है ना?
साहब...
84 लाख जीवो में
एक मानव ही धन कमाता है॥
अन्य कोई जीव कभी भूखा नहीं मरा
और मानव का कभी पेट नहीं भरा!
इच्छायें पूरी नही होती है
तो क्रोध बढ़ता है
और इच्छायें पूरी होती है
तो लोभ बढ़ता है
इसलिए जीवन की हर तरह की परिस्थिति में धैर्य बनाये रखना ही श्रेष्ठता है ।"
मानव कितनी भी बनावट करे
अंधेरे में छाया
बुढ़ापे में काया
"और"
अंत समय मे माया किसी का साथ नहीं देती
क्षमाँ केवल गलती का मरहम हो सकता है विश्वास तोड़ने का नहीं.......
इसलिये जीवन मे ध्यान रहे कि हम कोई गलती भले ही करें पर किसी का विश्वास न तोड़े........
क्योंकि माफ करना फिर भी सरल हैं पर भूलना व पुन: विश्वास करना असंभव है!
आप का दिन शुभ
जीवन सुखी और
समय अनुकूल हो।
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