नीयत साफ़, बातें सच्ची और मक़सद सही हो तो यकीनन किसी न किसी रूप में परमात्मा भी आपकी मदद करते हैं
कैसे हो पायेगी..,
अच्छे इंसान की पहचान
दोनो ही नकली हो गए है..,
आँसू और मुस्कान
दोस्ती के मायने कभी
खुदा से कम नहीं होते,,,
अगर खुदा करिश्मा है तो
दोस्त भी जन्नत से कम नहीं होते...
सारी उम्र यूँ ही गुजर गई
रिश्तों की तुरपाई में..!
कुछ रिश्ते पक्के निकले
बाक़ी उधड़ गए कच्ची सिलाई में..!
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