मन ख्वाईशो मे अटका रहा,
और जिंदगी हमे जी कर चली गई।
मुझे महँगे तोहफ़े बहुत पसंद है,
अगली बार यूं करना, ज़रा सा वक़्त ले आना।
मत तोला कर इबादत को अपने हिसाब से,
रहमतें उसकी देखकर, अक्सर तराज़ू टूट जाते हैं।
वहम था कि सारा बाग अपना है तूफां के बाद,
पता चला सूखे पत्तों पर भी हक हवाओं का था।
हमारी आँखों पर भरोसा कीजिये,
जनाब, गवाही तो अदालतें माँगा करती है।
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