मुझसे बिछड़े अरसा बीता,
जाने अब वो किससे लड़ता होगा।
बच्चों को पैरों पर, खड़ा करना था,
पिता के घुटने, इसी में जवाब दे गये।
हम सादगी में झुक क्या गए,
लोगों ने समझा हमारा दौर ही खत्म हो गया।
मिल जाएंगे हमारी भी तारीफ करने वाले,
कोई हमारी मौत की अफवाह तो फैला दो।
अगर नए रिश्ते न बनें तो, मलाल मत करना,
पुराने टूट ना जायें बस, इतना ख्याल रखना।
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