दुनिया के सारे झूठ एक तरफ,
ऊपर-ऊपर से करूँगा वाला झूठ एक तरफ।
एयरफोर्स में जाना था, दोस्तों..
पर जिंदगी रास्ते बदल कर, मैनफोर्स में घुस गई।
वो दोस्त उम्र भर क्या साथ देंगे जिन्होने..
चौराहे पर पुलिस देखकर बाइक से उतार दिया।
खून में तेरे मिट्टी, मिट्टी में तेरा खून..
ऊपर सूरज, नीचे डामर, बीच में मई और जून।
मटर पनीर समझ कर दोस्त बनाए थे ..
साले सब के सब टिंडे निकले..!!
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