Na ye CHAND hoga na TARAY rahenge,
Kya hum hamesha KUNWARAY rahenge,
Is duniya me kitno ke NIKAH ho gaye,
Kya naseeb mai apne sirf NIKAH ke CHWARE rahenge.
न चांद होगा ना तारे होंगे,
क्या हम इस साल भी कुंवारे होंगे ,
इस दुनिया में कितनों के निकाह हो गए ,
क्या हमारे नसीब में सिर्फ निकाह के छुहारे होंगे।
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