कीमती हैं सिक्के, ईमान सस्ता है,
यहां रिश्तों का मतलब ही, मतलब का रिश्ता है।
शोर करते रहो तुम सुर्ख़ियों में आने का,
हमारी तो खामोशियाँ भी एक अखबार हैं।
थक सी जाती है ज़िन्दगी.. जब
कोई सनम हद से ज़्यादा ‘याद’ आने लगे।
मजबूत होने में मज़ा ही तब है,
जब सारी दुनिया कमज़ोर कर देने पर तुली हो।
बहुत चुपके से दिया था, उसने गुलाब हमें,
कमबख़्त खुशबू ने, कोहराम मचा दिया।
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