ना रोक कलम मुझे दर्द लिखने दे,
आज तो दर्द रोयेगा या फिर दर्द देने वाला।
रूबरू तो देखा नही तुम्हे, बस महसूस किया है,
इन्ही खूबसूरत ख्यालो से, बेहपना मोहब्बत है हमे।
मुस्कुराहट एक कमाल की पहेली है,
जितना बताती है, उससे कहीं ज्यादा छुपाती हैं।
हमे मालूम था अपनी दिल्लगी का नतीजा,
तभी मोहब्बत से पहले शायरी सीखी है हमने।
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं, आलम तो देखिए,
जोड़े भी नहीं जाते, तोड़े भी नहीं जाते।
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