वो एक तेरा वादा कि हम कभी जुदा ना होंगे,
वो किस्सा हम अपने दिल को सुनाकर अक्सर मुस्कुराते हैं।
दिल मे ना जाने कैसे तेरे लिए इतनी जगह बन गई,
तेरे मन की हर छोटी सी चाह मेरे जीने की वजह बन गई।
निभाएँ किस तरह रिश्ते, समझ में कुछ नहीं आता,
किसी से दिल नहीं मिलता, कोई दिल से नहीं मिलता।
कह दो हर वो बात जो जरुरी है कहना,
क्योंकि, कभी-कभी जिन्दगी भी बेवक्त पूरी हो जाती है।
हम तो उसकी हर ख्वाहिश पुरी करने का वादा कर बैठे,
हमे क्या पता की हमें छोड़ना भी उसकी ख्वाहिश थी।
No comments:
Post a Comment