समय समय की बात है,
दो फूल कहते है हम साथ साथ है।
लेकिन डाली से टूटने के बाद,
एक की किस्मत मे मंदिर का प्रसाद है,
और दूसरे की किस्मत में श्मसान की लाश है।
हुनर तो सब में होता है लेकिन किसी का छिप जाता है और किसी का छप जाता है..
'समय अच्छा' हो तो आपकी गलती भी मजाक लगती है,
और
'समय खराब हो तो आपकी मजाक भी गलती बन जाती है !!"
झुको उतना जितना सही हो.
बेवजह झुकना दूसरों के अहम् को बढ़ावा देता है
जब भी तुम्हारा होसला
आसमान में जायेगा
सावधान रहना मित्रो कोई
पंख काटने जरूर आयेगा
दो फूल कहते है हम साथ साथ है।
लेकिन डाली से टूटने के बाद,
एक की किस्मत मे मंदिर का प्रसाद है,
और दूसरे की किस्मत में श्मसान की लाश है।
हुनर तो सब में होता है लेकिन किसी का छिप जाता है और किसी का छप जाता है..
'समय अच्छा' हो तो आपकी गलती भी मजाक लगती है,
और
'समय खराब हो तो आपकी मजाक भी गलती बन जाती है !!"
झुको उतना जितना सही हो.
बेवजह झुकना दूसरों के अहम् को बढ़ावा देता है
जब भी तुम्हारा होसला
आसमान में जायेगा
सावधान रहना मित्रो कोई
पंख काटने जरूर आयेगा
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