हम तो खुशियाँ उधार देने का
कारोबार करते हैं,साहब!
कोई वक़्त पे लौटाता नहीं
इसीलिए घाटे में चल रहे हैं....💔
जिंदगी के सफर से बस इतना ही सबक सीखा है ..
सहारा कोई - कोई ही देता है धक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा है.
"आशाएं ऐसी हो जो-
मंज़िल तक ले जाएँ,
"मंज़िल ऐसी हो जो-
जीवन जीना सीखा दे..!
जीवन ऐसा हो जो-
संबंधों की कदर करे,
"और संबंध ऐसे हो जो-
याद करने को मजबूर कर दे"
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