अच्छे लोगों की इज्जत
कभी कम नहीं होती
सोने के सौ टुकड़े करो,
फिर भी कीमत
कम नहीं होती।
भूल होना "प्रकृत्ति" है,
मान लेना "संस्कृति" है,
और उसे सुधार लेना "प्रगति" है.
"आशाएं ऐसी हो जो-
मंज़िल तक ले जाएँ,
"मंज़िल ऐसी हो जो-
जीवन जीना सीखा दे..!
जीवन ऐसा हो जो-
संबंधों की कदर करे,
"और संबंध ऐसे हो जो-
याद करने को मजबूर कर दे"
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