तेरे ख्वाबो को ऑखो मे सजा रखा है
जिंदगी को यूँ रंगीन बना रखा है
बडी बेदद॔ है दुनिया की निगाहें यारा
उससे बचाकर एक आशियाना बना रखा है
नही अब खौफ किसी का भी हमको
हमने शहरे-दिल मे ठिकाना बना रखा है
अब आये तो आ जाये तूफान कोई
सजदे मे उसके सिर हमने झुका रखा है
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