झूला जितना पीछे जाता है,
उतना ही आगे आता है।
एकदम बराबर।
सुख और दु:ख दोनों ही जीवन में बराबर आते हैं।
जिंदगी का झूला पीछे जाए,
तो डरो मत, वह आगे भी आएगा।
जो अच्छा लगता है उसे गौर से मत देखो
ऐसा न हो कोई बुराई निकल आए
जो बुरा लगता है उसे गौर से देखो..
मुमकिन है कोई अच्छाई नजर आ जाये
"आशाएं ऐसी हो जो-
मंज़िल तक ले जाएँ,
"मंज़िल ऐसी हो जो-
जीवन जीना सीखा दे..!
जीवन ऐसा हो जो-
संबंधों की कदर करे,
"और संबंध ऐसे हो जो-
याद करने को मजबूर कर दे"
No comments:
Post a Comment