अर्जून ने कृष्ण से पुछा ;
" ज़हर क्या है "..?
कृष्ण ने बहुत सुन्दर जबाब दिया ...
" हर वो चीज़ , जो ज़िन्दगी में
आवश्यकता से अधिक होती है ,
👉 वही " ज़हर " है❗
फ़िर चाहे वो ताक़त हो , धन हो , भूख हो , लालच हो , अभिमान हो , आलस हो , महत्वकाँक्षा हो , प्रेम हो या घृणा ..,
" जहर ही है "...‼
पलट कर न बोलने का मतलब
ये बिलकुल भी नही के जवाब नही मेरे पास।
मगर कई बार रिश्तों को जिताने के लिये
खुद का खामोश रहकर हार जाना बेहतर होता है।
"खुश रहिये मुस्कुराते रहिये...!
पंछी अपने पैरो के कारण
जाल में फँसते हैं,
परन्तु इंसान अपनी जुबान
के कारण।
ऊँचा उठने के लिए पंखों की
ज़रुरत केवल पक्षियों को ही
पड़ती है..
मनुष्य तो जितना विनम्रता से
झुकता है
उतना ही ऊपर उठता है।।
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