Tuesday, January 2, 2018

जो कोई भी जिस किसी भी...श्रीमद्भगवद्गीता...

जो  कोई  भी  जिस  किसी  भी  देवता  की  पूजा  विश्वास  के  साथ  करने  की  इच्छा  रखता  है, मैं  उसका  विश्वास  उसी  देवता  में  दृढ  कर  देता  हूँ.

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