*🙏🏻प्रशंसा से पिंघलना मत🙏🏻*
*आलोचना से उबलना मत*
*निस्वार्थ भाव से कर्म करे* *क्योंकि*
*इस धरा का*
*इस धरा पर*
*सब धरा रह जाऐगा*
*बहुत बड़ी बात कही है,*
*ना जीत चाहिए,*
*ना हार चाहिए,*
*जीवन की सफलता के लिए केवल*
*मित्र और परिवार*
*चाहिए*
!! *शुभ प्रभात* !!
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