Monday, June 5, 2017

कुछ ज्यादा नही जानते मोहब्बत के बारे में...Hindi shayari...

कुछ ज्यादा नही जानते मोहब्बत के बारे में,
बस उन्हें सामने देखकर मेरी तलाश खत्म हो जाती है।



सुनो मेरी जान तुम्हारा हाथ पकड़कर घूमने का,
दिल करता है, चाहे वो ख़्वाबों में हो या हक़ीक़त में।



मैं मतलबी नहीं जो साथ रहने वालो को धोखा दे दू..
बस मुझे समझना हर किसी के बस की बात नहीं।



कोई भी रिश्ता ना होने पर भी जो रिश्ता निभाता हैं,
वो रिश्ता एक दिन दिल की गहराइयों को छू जाता हैं। 



मत रख इतनी नफ़रतें अपने दिल में ए इंसान,
जिस दिल में नफरत होती है उस दिल में रब नहीं बसता।



अपनी खामोशी में मुझे क्यूँ तलाश रहे है हुजूर..
अपने धडकनों से पूछो मेरा एक बसेरा वहां भी है। 



सबक तो तूने बहुत सिखाये ए जिंदगी,
मगर शुक्रिया तेरा किसी का दिल तोड़ना नही सिखाया। 



अभी काँच हूँ इसलिए सबको चुभता हूँ,
जिस दिनआइना बन जाऊँगा, उस दिन पूरी दुनियाँ देखेगी।



अगर निगाहे हो मंज़िल पर और कदम हो राहो पर,
ऐसी कोई राह नही जो मंज़िल तक ना जाती हो।



कौन कहता है आग से आग बुझती नहीं,
हुज़ूर, दिल से ज़रा दिल, लगा कर तो देखो।

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