क्या लाजवाब था... तेरा छोड़ के जाना,
भरी भरी आँखों से ....मुस्कुराये थे हम,
भरी भरी आँखों से ....मुस्कुराये थे हम,
अब तो सिर्फ मैं हूँ और ...तेरी यादें हैं,
गुजर रहे हैं यूँ ही ...तन्हाई के मौसम...!!!
गुजर रहे हैं यूँ ही ...तन्हाई के मौसम...!!!
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